खैर खुश हूं कि गैर भी उसके अपने सहारे हो गए, भीड़ कुछ इतनी बड़ी कि हम किनारे हो गए। -
खैर खुश हूं कि गैर भी उसके अपने सहारे हो गए, भीड़ कुछ इतनी बड़ी कि हम किनारे हो गए।
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चंद ही दिन हुए मुझे निकले हुए, आज उनके लिस्ट में नए अपने हैं। -
चंद ही दिन हुए मुझे निकले हुए, आज उनके लिस्ट में नए अपने हैं।
मैं जिसके लिए सबको अलविदा कहता गया, वह मुझे यूं ही अलविदा कहेगा मालूम ना था। -
मैं जिसके लिए सबको अलविदा कहता गया, वह मुझे यूं ही अलविदा कहेगा मालूम ना था।
उसे फर्क नहीं पड़ता मेरे होने ना होने से, अब शायद उसे कोई और शौक है। -
उसे फर्क नहीं पड़ता मेरे होने ना होने से, अब शायद उसे कोई और शौक है।
यू नहीं डूबा मेरी शोहरत का परचम, कई अपनों ने नीव हिलाई है। -
यू नहीं डूबा मेरी शोहरत का परचम, कई अपनों ने नीव हिलाई है।
गनीमत है उसे मेरा घर नहीं मालूम, कई बस्तियां जलाई है मेरी तलाश में। -
गनीमत है उसे मेरा घर नहीं मालूम, कई बस्तियां जलाई है मेरी तलाश में।
भीड़ नहीं चंद लोग हैं मेरे जलसे में, वह मेरे शब्दों को कयामत कहते हैं। -
भीड़ नहीं चंद लोग हैं मेरे जलसे में, वह मेरे शब्दों को कयामत कहते हैं।
खैर काबिलियत पर शक उनको भी नहीं मेरी, इसी शक ने कईयों के यकीन को ठिकाने लगा दिया। -
खैर काबिलियत पर शक उनको भी नहीं मेरी, इसी शक ने कईयों के यकीन को ठिकाने लगा दिया।
चलो कोहराम मचाया जाए, शाम ए गम में मुस्कुराया जाए, जो हो चुके हैं बेगाने, उन्हें अपना बताया जाए। -
चलो कोहराम मचाया जाए, शाम ए गम में मुस्कुराया जाए, जो हो चुके हैं बेगाने, उन्हें अपना बताया जाए।
Motivation -
Motivation