शीशा साफ़ करके ,शीशे में शक्ल देखने से,शीशा तो साफ़ हो जाता है ,पर शक्ल साफ़ कहाँ होती है ... - Vivek Singh Mahobiya
शीशा साफ़ करके ,शीशे में शक्ल देखने से,शीशा तो साफ़ हो जाता है ,पर शक्ल साफ़ कहाँ होती है ...
- Vivek Singh Mahobiya