Vivek Singh Mahobia   (Vivek Singh Mahobiya)
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Joined 2 April 2017


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1 SEP 2022 AT 0:30

Ek khayal Ho Tum,
Ek khayal Ho Tum, jab main Aankhen band karta hun jab aata hai,
Ek khayal Ho Tum ,jab main Aankhen kholta Hun to vah aata hai,
Ek khyal Ho Tum ,jab main Bechain hota hun tab aata hai,
Ek khyal Ho Tum, to main Khush hota hun tab aata,
Ek Aisa khyal, Jo main hamesha jina chahta hun,
Ek Aisa khyal ,Jo main Puri jindagi jina chahta hun,
Ek Aisa khyal ,jisse uthne ka kabhi man hi nahin karta,
Aisa khyal, Jo original jindagi se bhi jyada pyara lagta hai 🥰❤️

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11 AUG 2021 AT 21:20

तेरे दरबार में ,
तेरे सिवा मांगू भी तो क्या,
तेरे सिवा यहाँ,
और रखा क्या हैं ...

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27 APR 2021 AT 9:31

लिखने को तो मैं पत्थर की भी पीड़ा लिखदू,

पर समझने के लिए तुम्हें ईश्वर होना पड़ेगा ...

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14 SEP 2020 AT 13:29

हम हिंदी को क्या सिखाएंगे,

हिंदी ने हमे सिखाया है !!!

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14 SEP 2020 AT 13:27

हम हिंदी को क्या सिखाएंगे,

हिंदी ने हमे सिखाया है !!!

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11 MAY 2020 AT 9:51

न किसी ने चौघड़िया देखा,

न किसी ने राहुकाल का इंतज़ार किया,

न ही किसी ने कोई विशेष नक्षत्र का पता लगाया,

और देखते ही देखते कुछ घंटो में सारी दारू बिक गयी,

कुछ तो आज भी ठेको के चक्कर लगा रहे है,

मगर गज़ब है, न ही किसी को चक्कर आया,

न ही किसी को कोई परेशानी हुई...

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11 MAY 2020 AT 9:49

Love



It's a human without humanity....

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11 MAY 2020 AT 9:39

न किसी ने चौघड़िया देखा,

न किसी ने राहुकाल का इंतज़ार किया,

न ही किसी ने कोई विशेष नक्षत्र का पता लगाया,

और देखते ही देखते कुछ घंटो में सारी दारू बिक गयी,

कुछ तो आज भी ठेको के चक्कर लगा रहे है,

मगर गज़ब है, न ही किसी को चक्कर आया,

न ही किसी को कोई परेशानी हुई...

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18 APR 2020 AT 20:43

It's not me,
what I search in your eyes,
it's your love what I see,
when I see you....

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23 MAR 2020 AT 22:29

कुछ अनदेखे ईश्वर देखकर ,मैं भी आज अंधा हो गया,
हर इंसान में ईश्वर बसना अब झूट होगया,
आज rape की न्यूज़ देखकर ,इस्तब्ध रह गया,
कुछ अनदेखे ईश्वर देखकर ,मैं भी आज अंधा हो गया,

सिग्नल पे रुकता हु तो, वो लाल आँखे नही देखी जाती,
जैसे अपनी बेबसी का आइना दिखाना होगया,
कुछ अनदेखे ईश्वर देखकर ,मैं भी आज अंधा हो गया,

हज़ारो रुपये शादी में खर्च कर में अमीर होगया,
भुकमरी से मरकर, वो बेचारा गरीब होगया,
कुछ अनदेखे ईश्वर देखकर ,मैं भी आज अंधा हो गया,

आदमी बिक कर दूल्हा होगया,
बिकी हुई औरत का नाम तवायफ होगया,
कुछ अनदेखे ईश्वर देखकर ,मैं भी आज अंधा हो गया,

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