डूब कर प्यार तुम्हें करता रहूंगा हमेशा..
चाहत में मेरी कभी कोई कमी न होगी..
तुम रहो या न रहो मेरे पास..
पर तुम्हारी यादों की जमी हमेशा मेरे पास होगी..
इस यादों की जमी पर मैं चाहत के बीज बोऊँंगा..
इन चाहत के बीजों से तैयार हमारे प्यार की फसल होगी..

- नादान कलमकार