कभी महत्ता थीजिन की शाखों परसज इठलाते थेकिसी देवता के गलेअब जीवन की धाराले चली बहाने समय की नदी मेंमिट्टी को मिटाने - Vishwaroopa
कभी महत्ता थीजिन की शाखों परसज इठलाते थेकिसी देवता के गलेअब जीवन की धाराले चली बहाने समय की नदी मेंमिट्टी को मिटाने
- Vishwaroopa