इंतज़ार में गुज़रे थे मौसम,
अब वो महीना वो साल नहीं है।
मेरी जाऩ.. जादू तो मेरे इश्क़ में था,
तू इतना भी बे-मिसाल नहीं है।।-
Vishwajeet Yaduvanshi
(श्री विश्वजीत)
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I just write what I feel, what I see, what I understand. So, I may be different from someo... read more
Joined 27 November 2020
17 OCT 2022 AT 19:26
11 APR 2022 AT 20:03
ख्वाहिश नहीं हर कोई तारीफ करे,
पर कोशिश है कोई गलत न कहे।-
8 APR 2022 AT 22:03
आँगन में होती तो, हम गिरा भी देते।
लोगों ने दीवारें दिल में बना रखी है।।-
18 MAR 2022 AT 11:08
ख्वाहिश नहीं
तुझे रंग लगाने की,
तम्मना है तेरे रंग में
रंग जाने की।-
30 AUG 2021 AT 4:08
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेव।।
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।-
24 AUG 2021 AT 22:23
पढ़ रहा हूँ संविधान मोहब्बत का,
बन गया वकील तो बेवफाओ की
खैर नहीं।।-
23 AUG 2021 AT 21:46
ना डूबने देता है, ना उबरने देता है।
उसकी आँखों का वो समंदर भी अजीब है।।-