10 AUG 2017 AT 16:52

मैं, अधेंरा और मेरा साया

वो हमेशा खुद को मेरा साया बताता था
वक्त आया तो साया ही बन गया
अधेंरों के कोई साये नहीं होते।।
--विष्णु प्रताप सिंह चौहान

- Vishnu Pratap Singh