अब तेरा साथ मुझे नहीं चाहिये!तू कितना भी मिले!कसम है तुझे मुझे मत पहचानिये! - जख़्मी पंडित
अब तेरा साथ मुझे नहीं चाहिये!तू कितना भी मिले!कसम है तुझे मुझे मत पहचानिये!
- जख़्मी पंडित