Vinay Dabar   (UnWritery)
16 Followers · 3 Following

Joined 2 July 2017


Joined 2 July 2017
23 NOV 2021 AT 21:36

हर किसी के धर्म मे वो कर्म का हि हाथ है,
खड़ा जो विरुद्ध सृष्टि के तो हर किसी कि मात है,
अधर्म का जो जाल हे वो खुद का पश्चाताप है,
पाप में हे जो भरा तो उसका सर्वनाश है!

-


23 NOV 2021 AT 10:05

गनीमत है कि कफ़न उड़ाया जा रहा है,
बेनकाब दुनिया का चहरा छुपाया जा रहा है!

-


23 NOV 2021 AT 9:38

खिड़की के चश्मों से कोई दूर दिखाई दे रहा है,
रास्ते बदलते हुए मौत का सफर दिखाई दे रहा है!

-


22 NOV 2021 AT 23:08

हसीन गुलदस्तों का पेमाना कयुँ देते हो,
इश्क़ मे इजहार का बहाना कयुँ देते हो,
जिंदा रहना कोई आसान काम तो नही,
ये तन्हाई का जाम बार बार कयुँ देते हो!

-


22 NOV 2021 AT 17:00

जिस राह ध्यान चले उस राह कलम मोड़ देता हूँ
गिन गिन कर लिखा हुआ एक एक बोल शब्दों मे पिरो देता हूँ!

-


22 NOV 2021 AT 16:45

खेद हुआ कि जमाने मे गम नही है
ज्ञात हुआ कि इस गम मे जमाना नही है!

-


22 NOV 2021 AT 16:30

ये राहें जिन्दगी कि भुलता जा रहा हूँ
तेरे इश्क़ कि पनाह मे डूबता जा रहा हूँ!

-


22 NOV 2021 AT 8:54

बोझ मरने से बोझ कम नही होता
कन्धों का हाल नरम नही होता
जो बसते किताबों से भरे पड़े हे
उन बसतों का कोई इमान नही होता

-


22 NOV 2021 AT 8:35

!! यादों का झरोखा !!

खाली रास्तों पर यादों का झरोखा आ जाता है
भिड़ मे छुपता एक चहरा नजर आ जाता है!

दिवारों पे उनके नाम का जिक्र रह जाता है
खाली कोने मे एक खिलोना पयार का रह जाता है!

चलता हुआ मुसाफिर भी भिख मे दुआ दे जाता है
चांदनी रात मे उनका साथ फिर नई यादें दे जाता है!

यादों कि बारात मे एक नया वक्त पिरोया जाता है
फिर खाली रास्तों पर यादों का झरोखा आ जाता है!

-


21 NOV 2021 AT 23:44

!!सपनों कि गाड़ी!!

रात का अन्जाना सा सफर लगता है
सपनो कि गाड़ी का ब्रेक फेल लगता है
रेडियो पुराने नगमे सुनाने लगता है
हाथों मे हाथ उनका साथ लगता है
खिड़की से बारिश का मिलन लगता है
उठते हि मम्मी कि बालटी का पानी खाली लगता है

-


Fetching Vinay Dabar Quotes