मैं तुम्हें खत लिखूंगा ,
तुम पढ़ते वक्त बस मेरा नाम गुनगुनाना ।
शब्दों की खामोशी में , तुम्हारी शामों की यादें होंगी ।
खतों के रंगों में , तुम्हारी हसीन बातें होंगी ।
आखिरी में कुछ , तुम्हारी मुस्कुराहटें होंगी ।
और पलकें तुम्हारी भीगी सी होंगी ।
अगर मुझे देर हो जाए तो ,
बस मेरा इंतजार करना ,
मेरे हर खत में तुम खुद को पाना ।।
-