काम काज में इतना उलझा हुआ हूँ.. की अपना हुनर भी भुलता जा रहा हूँ.. अपनो का प्यार भी भुलता जा रहा हूँ.. और ज़िन्दगी कि खुशियों से भी दूर होता जा रहा हूँ..
ईश्वर से कुछ मांगने पर... न मिले तो उससे नाराज ना होना क्योकि.... ईश्वर वह नहीं देता जो आपको अच्छा लगता है.... बल्कि वह देता है जो आपके लिए अच्छा होता है|