खाली धागों को पिरोता रहा,किस्मत की सुई से उलझता रहा,मोती अपने हाथो से छूट कर गिरे,में इल्जाम दुसरो पर मढ़ता रहा। - Jaykar
खाली धागों को पिरोता रहा,किस्मत की सुई से उलझता रहा,मोती अपने हाथो से छूट कर गिरे,में इल्जाम दुसरो पर मढ़ता रहा।
- Jaykar