14 DEC 2017 AT 20:07

सुनों,
तुम्हारी दीवानी सांसे लबों पर ही नही रुकती,
चाशनी में घुल कर,
रेशे रेशे सुर्ख गुलाबी कर जाती हैं,
तुम्हारे बिना भी रूमानी कर जाती है मुझे।

- Vartika Tripathi (Veronica)