महंगे से महंगा इत्र लगा कर देखा,उन गलीयों की महक जैसा कहीं नहीं मिला। - असद अकबराबादी
महंगे से महंगा इत्र लगा कर देखा,उन गलीयों की महक जैसा कहीं नहीं मिला।
- असद अकबराबादी