25 NOV 2017 AT 11:08

अकड़, धौंस, ऐंठ रखते हो आखिर क्या चाहने वाले हो
अपनी कब्र-ए-मुकद्दर तक क्या खुद चल कर जाने वाले हो

- असद अकबराबादी