एक उमीद से दिल बेहलता रहा..और ज़िन्दगी यूही गुजरती रही...तुम लौट कर आओगे...इसी राह में हमारी सांसे चलती रही... - उर्वशी राठौर
एक उमीद से दिल बेहलता रहा..और ज़िन्दगी यूही गुजरती रही...तुम लौट कर आओगे...इसी राह में हमारी सांसे चलती रही...
- उर्वशी राठौर