सुनते हो! तुम्हारा ज़िक्र,बातों से झाड़-पोछ कर कविताओं में भर दिया है...आह बेचकर वाह कमानाट्रेंड में है| - Udeesha Tiwari (Freyja)
सुनते हो! तुम्हारा ज़िक्र,बातों से झाड़-पोछ कर कविताओं में भर दिया है...आह बेचकर वाह कमानाट्रेंड में है|
- Udeesha Tiwari (Freyja)