वो किताब आज भीमेरी अलमारीमें रखी हुई हैजिस पर कभी तूने अपनेहाथों से निशानलगाया था - Tushar Mittal
वो किताब आज भीमेरी अलमारीमें रखी हुई हैजिस पर कभी तूने अपनेहाथों से निशानलगाया था
- Tushar Mittal