दिल्ली वालोदिल को संभालोबैठ जाओ खिड़िकी या छत परथोड़ा समय निकालोजाम और काम की चिंता छोड़ देइससे पहले कि धूप आके दिल तोड़ देअपने दिल की हसरत निकालोन जाने फिर कब नसीब हो..और जो कोई भी इस मौसम के करीब होचलो इस सुहावने मौसम पर लिख डालो - Taru
दिल्ली वालोदिल को संभालोबैठ जाओ खिड़िकी या छत परथोड़ा समय निकालोजाम और काम की चिंता छोड़ देइससे पहले कि धूप आके दिल तोड़ देअपने दिल की हसरत निकालोन जाने फिर कब नसीब हो..और जो कोई भी इस मौसम के करीब होचलो इस सुहावने मौसम पर लिख डालो
- Taru