वो भी बिन मौसम बरसात की तरह......थोड़ा सा प्यार बरसा कर चली गयी......मैं तो पहले से ही उसके प्यार का प्यासा था......वो पगली, मेरी और प्यास बढ़ा कर चली गयी... - Teksingh
वो भी बिन मौसम बरसात की तरह......थोड़ा सा प्यार बरसा कर चली गयी......मैं तो पहले से ही उसके प्यार का प्यासा था......वो पगली, मेरी और प्यास बढ़ा कर चली गयी...
- Teksingh