4 JUN 2018 AT 13:25

तड़प रहे थे हम दोनो, मिलने को एक दूसरे से..
मगर...
न ही हम मिल सके कभी, न ही हमारी तड़प ख़त्म हुई..

खो जाना चाहते थे हम, एक दूजे के बाहों में..
मगर....
हम दोनो चाह के भी, कभी क़रीब आ ना सके..

हम भी चाहते थे भीगें यूँ, बारिश की बूँदो में एक साथ..
मगर....
न ही कभी बारिश हुई, न ही हम कभी भीगे..

और यूँ ही चलती रही...
हमारी अधूरी कहानी...

- Teksingh