17 DEC 2017 AT 15:04

कोई मेरी चीज़ पर अपना हक़ जताये, ये गँवारा नहीं मुझको,
तुम तो फ़िर भी जान-ए-मयस्सर हो मेरी "अफरा"...

- मयस्सर