27 JUL 2017 AT 3:19

तिमिर की दुशाला ओढ़े फिर चाँद को निगले रात आई है
नादान है जो मुझमें पल रहे दर्द के अंधेरे को देने मात आई है!!

- Tanu Srivastava "सखी"