हमारी पहली मुलाकात ने ,कुछ यूं शुरुआत कर ली,
मुस्कुराए हम दोनों , आंखों ने दिल की बात कर ली।
इस कदर दिल में उतर जाएंगे वो , कहाँ खबर थी
पहले पहर में उन्हें सोचने बैठा ,और रात कर ली
मेरे गुमशुदा सफर में , हमसफ़र हैं उनकीं यादें,
कुछ यूँ पक्की उनसे प्यार की ज़ज़्बात कर ली ।
जितनी दफा चाँद को देखा, उनका दीदार हुआ,
गुज़र ना सके उनके बगैर वो, हालात कर ली।
ठंडी हवाओं के झोंका ,उनकी खुशबू बहा लाया है
खुली आंख से मैंने, उनके यादों की बारात कर ली।
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