होता है ये इश्क़ में अक्सर,
शीशे का दिल तोड़े पत्थर.!
दिल की हसरत दिल ही जाने,
क्यों मिट जाते हैं दीवाने.?
परवाना, शमां के दर पर.!
होता है..
पर्वत से वो टकराते हैं,
जो दीवाने हो जाते हैं,
दुश्मन दुनिया ज़ालिम दिलवर!
होता है..
नींद नहीं उनको भाती है,
जिनको मोहब्बत हो जाती है,
आँख से छलके अश्क़ का सागर!
होता है..
सिद्धार्थ मिश्र
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