सत्यम पाण्डेय 🕊️ 8 JAN 2021 AT 12:55 करिश्मा....... क्या बताऊँ, माँ के उस मैले दुप्पटे का,वो जिस सिर पर ठहर जाये, वो सिर ज़न्नत सा लगता है.. - Minakshi 22 JUL 2017 AT 15:20 कर सको तुम अगर तो अब माफ़ कर दो ज़न्नत के दामन पर लगा खून साफ़ कर दो इंसानियत - Minakshi 31 JUL 2017 AT 18:47 ना हूर चाहिए ना हीर चाहिए , माँ भारती का बेटा हूँ , तिरंगा मिले कफ़न में बस मुझे ऐसी तक़दीर चाहिए - अवनीश अवन 24 APR 2020 AT 18:46 ख़ुद को जलाकर बची राख लाया हूँ,तुम ज़न्नत से कोई शै लायी तो ज़रा दिखलाओ!! - Mukesh Kushwaha 29 SEP 2022 AT 13:13 तुम देख लो ग़ालिब दुनिया ,कितनों के ज़ख्म दुखाती है..कभी मंदिर में तुम सुनो इन्हें ,हर दुआ में ज़न्नत मांगती है..। - अवनीश अवन 28 JAN 2020 AT 7:45 तेरा ख़्वाब जो आज देख लिया तो,मौसम कितना खुशनुमा लगता हैं,जो तु अगर मिल जाये तो,तो ये जहान भी जन्नत लगने लगे! - Deepti Aggarwal 19 MAR 2019 AT 15:17 ऐ ख़ुदा ज़न्नत की तमन्ना न फिर रहे..महबूब के पहलू में ग़र,शब भर कभी बैठे - Manpreet Mannu 16 NOV 2017 AT 11:37 हंगामा-ए-शोरों-शर से दूर ,ज़िन्दगी जब तेरी बज़्म में लाती है हमेंज़मीं पर ही ज़न्नत मिल जाती है हमें... - Shivali Dixit Saxena 10 DEC 2019 AT 8:16 राह तक़ रहा हूँ मैंजैसे ज़न्नत का रास्ता हो ये । - Ravindra Srivastava 11 MAY 2022 AT 12:17 ज़न्नत में जाऊँ या जाऊँ मैं ज़हन्नुम में,मगर गीत गाऊँगा, मैं अपने तरन्नुम में,मेरे अल्फ़ाज़ में...वो तड़प सुनोगे तुम,जो छुपी हुई है, लोगों के तबस्सुम में!(तबस्सुम=मुस्कान) -