QUOTES ON #ख़ज़ाना

#ख़ज़ाना quotes

Trending | Latest
16 SEP 2018 AT 13:59

ख़ज़ाना बहुत था उसके घर में,
लोगों की समझ से परे था।

-


8 MAY 2018 AT 23:46

गम का खज़ाना मेरा ही रहा
तेरा ग़म तो मैंने चुरा लिया..

आँखों में समंदर मेरे ही रहा
तेरा हर आँसू मैंने पी लिया..

राहों में अँधेरा वो मेरे ही रहा
तेरा साया मैंने रोशन किया..

दिल का ये रोग मेरा ही रहा
तेरे ज़ख्म का मरहम किया..

उदास सा लम्हा मेरा ही रहा
तेरा वक़्त तो मैंने बना दिया..

ये अकेलापन मेरा ही रहा
तेरा साथ हमेशा निभा दिया..

-


28 SEP 2018 AT 11:00

अंदर तेरे घर में ख़जाना पड़ा है
लोगों की समझ से परे पड़ा है
तू ढूंढ़ रहा उसे लोगों की अश्क में
है हम भी कुछ खजानों की तलाश में
ना जाने कब पूरी होगी तलाश हमारी

-


2 APR 2023 AT 4:26

# 05-04-2023 # गुड मार्निग # काव्य कुसुम #
# ख़ज़ाना # प्रतिदिन प्रातःकाल 06 बजे #
-----------–----------------------------------------------
नींद आती नहीं मुझको अपनी बाँहों में सुलाया करो।

नींद आ जाएगी मुझको बाँहों के झूले में झुलाया करो।

गोरी गोरी संदली - सी बाँहों में तुम्हारी जन्नत का ख़ज़ाना है. -

नींद आ जाएगी मुझको प्यार से ख़ज़ाना लुटाया करो।
----------------------------------------------------------

-


9 DEC 2022 AT 2:53

# 10-12-2022 # गुड मार्निंग # काव्य कुसुम #
# ऊर्जा # प्रतिदिन प्रातःकाल 06 बजे #
----------------------------------------------------------
विरोधियों की गाली से ही मुझको ऊर्जा मिलती है।

विपक्षियों की गाली से ही मेरी सेहत खिलती है।

अक्षय ऊर्जा का ख़ज़ाना है आलोचकों की गाली में-

आलोचकों की गाली से उन लोगों की चूलें हिलती है।
----------------------------------------------------------

-



जो कंकड़ समझ कर फेंक दिया तूने, वो नगीना था मेरे दोस्त
जो बीत गया आंसुओं में, उस पल को तो जीना था मेरे दोस्त

न जाने तू कौनसे काम में मसरूफ़ रहा हर दिन हर रात,
हमसफ़र राह तकती रही, सावन का वो महीना था मेरे दोस्त

पूरी दुनिया को गुमराह करते रहे ये ख़ज़ीनो के अफ़साने,
तू सन्दूक ढूंढता रह गया, दफ़न कहीं वो दफ़ीना था मेरे दोस्त

उन वहशी दहशतगर्दों के सामने कोई क़लम लिए अड़ा रहा,
पसीने की तरह बहा खून, क्या फ़ौलादी वो भी सीना था मेरे दोस्त

अंदर गटक गए उन अश्क़ों को अपने हलक़ तक आते-आते,
मोहोब्बत जो की थी, अब किसी ज़हर को तो पीना था मेरे दोस्त

-


28 SEP 2018 AT 12:50

ह्न अंदर तेरे घर में ख़जाना पड़ा है,
जो ढूढ़ रहा तू दुनिया के बजा़रों में।
झाँक के देख खुद में,
कितना सारा जहां पड़ा है।
कर खुद की तलाश तू,
मिल जाएगा तुझको वो ख़जाना,
जो ढूढ़ रहा तू दुनिया के बजारॊ में।

-


25 JUL 2021 AT 9:00

क़यामत है तेरा यूँ निखर के आना
सादगी का तू इक अद्भुत ख़ज़ाना

-


19 OCT 2018 AT 16:44

ना जाने क्यों किताबों की महक अच्छी लगती है,
शायद लफ्ज़ों के खज़ाने की खनक अच्छी लगती है

-


7 APR 2021 AT 8:18

जिसमे यादों का खजाना है...
उन यादों की गलियों में,
रोज़ आपका आना जाना है...

-