Ashish Awasthi 23 AUG 2018 AT 15:44 माँ है तो घर की रौनक बनी है अब तकबरामदे को अब तक वालिद ने आबाद रखा है।। - Ashish Awasthi 20 AUG 2018 AT 9:46 मेरा जी नहीं भरता, उन्हें कितना भी देख लूँकोई हक़ीम से पूछो क्या मैं बीमार हो गया हूँ।। - Ashish Awasthi 17 AUG 2018 AT 20:21 ज़िन्दगी भर मैं भले हर बात पर रोता रहूँमौत पे मेरी मगर हर शख़्स रोना चाहिए।। - Ashish Awasthi 22 AUG 2018 AT 22:28 बात कमर की मत करनाहम होंठों से ही घायल हैं।। - Ashish Awasthi 24 JAN 2018 AT 12:10 बीमार फ़क़त मैं ही नहीं यहाँहाल उसका भी बहोत ख़राब है।। - Ashish Awasthi 9 DEC 2017 AT 12:55 इतने आँसू संजों रखे हैं रुमाल ने मेरेझटक दुँ तो शहर में बरसात हो जाये।। - Ashish Awasthi 11 JUN 2018 AT 20:54 ये दवाएं ये दुआएं न करेंगी कुछ असरहमको तो अब यार का दीदार होना चाहिए।। - Ashish Awasthi 18 JAN 2018 AT 13:00 बागों में गुल खिले हैं,गुल सा बदन है उसकागुल से बदन पे उसके, मैं गुल खिला रहा हूँ।। - Ashish Awasthi 17 JAN 2018 AT 13:58 आँखें मय-कदा और लब लबालब जामहाये ये नशा अब कैसे संभाला जाएगा।। - Ashish Awasthi 5 JUL 2018 AT 21:21 ना भी चाहो फिर भी पत्थर सा बना दे ये तुम्हेंज़िन्दगी को इस कदर दुश्वार होना चाहिए ।। -