सुबह-सुबह घर को आते, कितनों के घर जाते हो,
मनहूसियत भरे ख़बर लाते, नाम अख़बार बताते हो !
जागरूक करने ख़ुद को, लोग अख़बार पढ़ते हैं,
दस पन्नों के अख़बार में, ख़बर अल्पमात्र ही छपते हैं !
खेल के सभी खबरों को आंकड़ों सहित बताते हो,
देश में कितने भूखे से मरे हैं क्या कभी बताते हो !
जो तुम्हारी जेब भरे, उसकी गुणगान करते हो,
निष्पक्ष ख़बर देना हैं काम, असल मुद्दों से भटकाते हो !
खबरें नहीं मिलती हैं तो, ज्ञान की बात बताया करो,
गीता का पाठ लिख कर, धर्म की बात बताया करो !
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