ये सच है कि तुम मेरे दिल की दुआओं में बसते हो,
जीवन के खालीपन को अपनी मुस्कान से भरते हो।
हाॅं, ये सच है मेरा हर स्वप्न है तुम्हीं से जुड़ा हुआ,
तुमसे ही है अरमानों की उड़ान तुम्हीं नयनों में रंग भरते हो।
सजल नयन जब तुम्हें पुकारे नैनों की भाषा पढ़ते हो,
और किंचित से स्पर्श मात्र से अंतस पीड़ा को हरते हो।
पतझड़ में वसंत तुम्हीं और तुम्हीं सावन की हरियाली,
ठहरे-ठहरे से जीवन में तुम्हीं प्राणवायु सी बनते हो।
ये भी सच है कि मेरे दिल की आस तुम्हीं विश्वास तुम्हीं,
खिल जाती है जिंदगी जब ठंडी फुहार बन बरसते हो।
......... निशि..🍁🍁
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