हाँ हम देंगे बलिदान, "हम देंगे-देंगे अपना खून",
आप आव्हान करो नेता जी,
दिल मे जज्बा हैं माँ भारती के वन्दन की,
कौंन बाँध सका हैं इंसान को,
कौंन बाँध सका हैं दिल के तूफ़ानो को,
बाँधी जा सकती काया, ना बंधते इरादे,
वन्दन श्रद्धासुमन अर्पित दृढ़-प्रतिज्ञ सेनानी को,
खून खोलता माँ भारती की पीड़ा देख,
अभिमानी खून किस मतलब का
जिसमें उबाल का नाम नहीं,
वो सपूत क्या जो माँ भारती के
काम आ ना सके,
हाँ "हम देंगे-देंगे अपना खून"
एक बार नेता जी आप आव्हान करो,
शब्द बस यही सुनाई देते हैं
माँ तेरे वीर "हिन्द सेना" सपूत
खड़े रण में जाने को, आप आवाज बुलंद करो,
सारी "हिन्द सेना" हुंकार उठाती
हम आते हैं, हम आते हैं,
माँ के चरणों में यह लो, हम अपना रक्त चढाते हैं..✍🏻🐦
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