Gautam Kothari 29 DEC 2020 AT 9:24 कुछ लम्हें हीकाफ़ी है जीवन कोसँवारने में..!! - Gautam Kothari 24 DEC 2020 AT 2:55 ज़ब वो देगा..बहेतरीन देगा..प्रतीक्षा करें..!! - Madhu Jhunjhunwala 3 JUL 2021 AT 19:51 सिंदूरी आभारवि ने छिटकाईसंध्या लज्जाईतारों की छांवखिली रजनीगंधाउदास मनचांद पाहुनालिए आया सपनेजागे नयनशुभ्र चांदनीलुटा रही खुशियाँमन फ़कीरभीगे सपनेबिछा हरसिंगारमहकी रात - Anjali Jain 25 JAN 2020 AT 20:37 अंताभिमुख,नुजूम-ओ-शब ढहउदित रविपरीतानंत अब्र-ओ-शम सहघिरा गगनस्व प्रक्रिया सेजीस्त-ओ-जफर हैरवि अथ का - Binit Thakur 11 AUG 2021 AT 11:06 अमृत वाणीपुलकित शरीरहृदय प्रेम । - Preeti Karn 20 JAN 2019 AT 19:21 जागते ख्वाबमन की उलझनें रचते गीत। - विरक्त 🍁 31 OCT 2021 AT 13:32 ढ़लता सूर्यगुलाबी हुई सांझ बेताब मन !💞झुकी हैं आँखेंमिलने की बैचेनीकहाँ हो तुम ?💞मेरे सजनासमाओ आग़ोश में,जल्दी से तुम ! - Madhu Jhunjhunwala 25 JUN 2021 AT 0:14 उलझा मनबेकल पल पलउजड़ा घरक्षुधा उद्विग्नसंतति मुख देखेंरीति हंडियाझरे नयनबेआसरा जीवनजीना तो होगाआश्रिता नहींनहीं आसान राहेंदेहरी लांघीबांध आंचलकाट डाली बेड़ियांवो स्वाभिमानी। - Gautam Kothari 24 DEC 2020 AT 6:02 जीना है यहाँ..मरना भी है यहाँ..भागदौड़ क्यों?? - Mukta Singhal 2 JAN 2019 AT 21:41 सन्नाटा सा हैकदमों की आहटबहता लहू -