Manpreet Mannu 2 FEB 2019 AT 19:53 ये हर्फ़ ये अहसास ये कलम ये रौशनाईतमाम तेरी हिकायते हैं ये बंद लिफाफे ये सुर्ख गुलाब ये नम शबनमउन ज़मानों की साअ'ते' हैं . ... - Saket Garg 18 NOV 2018 AT 1:44 मत करो इतना ग़ुरूर अपने हुस्न परयूँ ही इतनी हसीन नहीं हो तुमइन सफ़ेद सफ़्हों पर जो नीली सफ़ें हैउन नीली सफ़ों के बीच गुलाबी स्याही सेअपनी नज़्मों मेंहर्फ़-दर-हर्फ़ 'मैंने' उकेरा है तुम्हें- साकेत गर्ग 'सागा' - Anu Chhangani 19 JUL 2018 AT 23:06 वो जो नशें में है, हक़ीकत लिख नही पाते,वो जो हिज्र में है, इश्क़ पढ़ नही पाते ।। - दीप शिखा 13 APR 2019 AT 22:11 हर्फ़-दर-हर्फ़ वजूद अपना तलाशते हैं हम,बिखरे पन्नों में अहसास कुरेदने की कोशिश है ! - Monika Raj 25 APR 2018 AT 8:05 हर्फ़ नहीं चाहिए, हमारी मोहब्बत़ को, बयां करने के लिए। बस तू मिल जा, हम मुकम्मल हो जाएंगे।। - Monika Raj 8 APR 2019 AT 18:33 तुम गीतों के हर्फ लिखना हम अपने धुन में उसे गुनगुना देंगे......., तुम शायरी के लफ्ज़ लिखना हम तेरी ओर इशारा कर भारी मेहफ़िल में सुना देंगे.......॥ - Anu Chhangani 25 OCT 2017 AT 19:29 मिरे हर्फ़ उसे खफ़ा कर जाते है,जिसकी मौजूदगी से ये कलम खनकती है! - Abhishar Ganguly 3 APR 2021 AT 14:51 वो इतना ज्यादा 'क़ीमती' हैं मेरे लिए कि उस के 'उंस' को अपने 'कल्ब' के 'वस्ल-ए-हयात' में छिपाए रहता हूँ मैं।कि सबकी 'नज़र' में आने से सबकी 'नज़र' लग जाएगी उसे इसलिए उसे 'कल्ब-ए-अभि' में संभाले रखता हूँ मैं। - Monika Agrawal 16 JAN 2018 AT 12:33 मिरे हर्फ़ को रोज मैं, थोङा गीला कर लेता हूँ,अभी मैं प्रसिद्ध भी नहीं हुआ,ये पहले ही सूखने लग गए। - Satvik Sharma 27 FEB 2018 AT 16:52 "झूठे हैं वो किताबें सारी ,झूठे हैं वो हर्फ़ ,झूठे हैं वो सब लोग ,जो कहते हैं के इश्क़ के इसदहर में दो मोहब्बत करनेवालों का मिलन मुमकिन नहीं है।"वो किनारे पर बैठासाहिल और नदी को देखकर ,यही बात खुद सेरोज़ दोहराता है ! -