Priyanshi Pandit 28 AUG 2020 AT 19:46 जब तान छिड़ी, मै बोल उठाजब थाप पड़ी, पग डोल उठाऔरो के स्वर मे स्वर भरकरअब तक गाया तो गाया?@हरिशंकर परसाई - Pravesh Kumar 30 MAY 2020 AT 8:14 श्री हरि-हर मिलन प्रसंग।ध्यानमग्न थे एक बार जब, शंकर जी कैलाश पर।हुआ आगमन नारद जी का, तत्क्षण उनके वास पर।पूरी कविता कैप्शन में पढ़ें।🙏🙏🙏 -