दीप शिखा 28 JAN 2019 AT 14:39 तेरी आवारगी में भी वजह खुद को पाते हैं, देखते हैं हर रोज तुझमें खुद को टूटते हुए ! - Anuup Kamal Agrawal 20 MAY 2018 AT 5:18 हर रोज़कुछ न कुछभूलता रहता हूँ।सबसे ज्यादाखुद को। - दीप शिखा 1 FEB 2019 AT 9:24 कुछ खयालात हर रोज़ दिल की दहलीज से निकलकर सुबह की चाय के साथ मेज़ पर पड़े मिलते हैंजिन्हें मेरे जज़्बात शब्दों में बुनकर तुम्हें परोस दिया करते हैं ! - Anuup Kamal Agrawal 10 OCT 2018 AT 20:32 हर रोज़ कुछ नया, लिखना है मुझेहर रोज़ कुछ अलग, दिखना है मुझेहर रोज़ कुछ नया, पढ़ना है मुझेहर रोज़ कुछ अलग, सीखना है मुझे - दीप शिखा 30 JAN 2019 AT 13:28 दिल हर रोज टूटता है किसी का, तमाशा हर रोज़ होता है,अश्क भी हर रोज किसी रुख़ पर, यूंँ ही नहीं बिखरा करते ! - नक्षत्र 🌸 20 JUN 2020 AT 16:13 मेरा दिल रोया ये सोच कर कीवो मेरे जिस्म से लिपटे तो हर रोजपर मेंरे दिलकी धड़कन कोना सुन सके !! - Nirmala Indulkar🇮🇳 1 FEB 2019 AT 8:16 दर्दमें सब्रका दवा और दुआ हर किसी का तारीख तिर होता है, अश्क की कश्मकश हर राह पर राख में यूँ ही नहीं बिखरा करते ! - आँचल सिंह 2 JUN 2020 AT 7:31 सुबह में धूप की गरमाहट,और पक्षियों की आवाज,बच्चों की किलकारीयां,और पतझर की आवाज, यही तो है हर सुबह हर की, पहली मुलाकात, - Sharad Pyasi 28 APR 2020 AT 3:31 कि खुलकर भी इतनी बंदिशों मेंक्यूँ जीता है.. - Visu The wanderer 30 JAN 2019 AT 15:24 आवारगी पसंद नहीं मुझे...🕊️बस तेरी यादें ठहरने नहीं देती...💞 -