दर्द होगा सह लूँगा हँसते-हँसते
कुछ न कुछ तो कह लूँगा हँसते-हँसते
छोड़कर तुम जाओगे, जाओ-जाओ
बिन तुम्हारे रह लूँगा हँसते-हँसते
याद आई कल मुझको गर तुम्हारी
आँख भर कर बह लूँगा हँसते-हँसते
इश्क़ करके तुम मुझसे दूर जाना
कतरा-कतरा ढह लूँगा हँसते-हँसते-
Befikre si zindagi,
har pal masti ka alam...
Suhane pal wo college k,
jab khul k jeete the ham...
Jab bhi beete pal yaad karte hain..
haste haste ro padte hai...-
जब तुम्हारी याद की
खुशबू आती है
सारी खुशियाँ महक उठती हैं
सारे गीत चहक उठते हैं
फिर तन्हाई के पल गड़ते हैं
हम हँसते हँसते रो पड़ते हैं
जब तुम्हारे शब्दों की
गूँज होती है
सारी ख़ामोशियाँ कह उठती हैं
मन में हिलोरें रह रह उठती हैं
पर जाते जाते वे शब्द गड़ते हैं
हम हँसते हँसते रो पड़ते हैं-
फूलों का सिंगार
मेरे मनमोहन के लिए
खड़ी हूं दर पर में
तेरे दर्शन के लिए-
साथ जिनके हँस-हँस कर भर आती थी आँखें ,
आँख अब भर आती है हँसते-हँसते उनके लिए ।-
किसी और के बाहों में,
देखा अपने प्यार को,
फिर भी तसली भरी आंखों
ने हंसते हंसते खुद
को समझा दिया,
चलो खुस है वो,
यही तो हम चाहते थे-
हँसते हँसते रो पड़ते हैं,
दबे ज़ख़्म उभर पड़ते हैं,
आख़िर ये बोझ सम्हालें कब तक,
दिल पर कुछ पल भारी पड़ते हैं।
-
तुम्हने तो मुस्करा दिया
दिल मेरा यू ही बहला
दिया, जब पता लगा
तेरे बाप को तो उसने
गुंडों से पिटवा दिया-