सुनो, ये रास्ते थोड़े मुश्किल होते हैं हम इन पर चलते नहीं हैं, रोते हैं,,,। देखो समझना अब तुम्हें हिम्मत रखना है यहां से गुज़रकर ही हम स्वार्थी होते हैं,,,।
मैं स्वार्थी हूं इसलिए नहीं चाहता कि तुम देखो मुझे निगाह भर के ! मैं चाहता हूं तुम्हारी निगाह कुछ खाली रहे ताकि एक चाहत हमेशा बनी रहे मुझे देखने की....!!