QUOTES ON #सेहरा

#सेहरा quotes

Trending | Latest
9 MAR 2019 AT 14:13

अब तेरे ही "नाम" से जानते हैं लोग हमें
हमारा" वजूद "तो "सेहरे"की" खूशबू "में "फना" हो गया

-


22 JUL 2019 AT 13:59

हमारी पहचान-ए-व्यक्तित्व कुछ यूं सरेआम हो जाए..
गलियों से गुजरो तो तुम्हे हर चेहरा, बस मुझसा ही नज़र आए..
इश्क-ए-जुनून का असर तुम्हारे दिल पर कुछ यूं गहरा हो जाए..
बनू मैं तुम्हारी दुल्हन और तुम्हारे सिर पर सिर्फ मेरे नाम का सेहरा हो जाए...

-


19 JUL 2017 AT 0:59

आखिरी सलाम

हमारा तुमको ये सलाम आखिरी है
सुनो आज तुमसे कलाम आखिरी है.
मुझे तुम भुला तो चुके हो,
मेरी हर सौगात भी दफना दो,
यही एक छोटा-सा काम आखरी है.
कभी आरज़ूओं का सेहरा है प्यासा
मगर आंसुओं का ये जाम आखिरी है
तेरी बेरुखी का शिकवा नहीं है
यही मेरी मोहब्बत का ईनाम आखिरी है
ना फिर उम्मीद रखो मेरे राहगुज़र की
तुम्हारे बज़्म में ये शाम आखिरी है
कौन चाहेगा तुम्हें हम जितना
तुम पर फना होने वाली ये जान आखिरी है.

-


8 NOV 2019 AT 14:55

यकीं न हो तो सेहरे में मर्सिया पढ़ना
इश्क़ सिखा देता है सर के बल चलना.

-


2 MAR 2020 AT 21:23

मेरे ख़्वाबों में उसकी हसीन यादों का रहता पहरा,
सुबह-शाम घूमता मेरी आँखों में उसका चेहरा।
उसकी मीठी-मीठी बातों से रिश्ता हो गया और गहरा,
ना जाने कब आयेगा वो घर मेरे बाँध कर सेहरा?

-


17 JUN 2020 AT 12:12

गैरों को तसल्ली देके वो अपनो से मुकर गए..!
जिनसे थी हमें कभी उम्मीद वो भी मुकर गए..!!

वो जो कभी सेहराओं की याद दिलाया करते थे..!
शाम होते ही वो भी अपने किसी रास्ते से घर गए..!!

-


20 MAR 2020 AT 19:58

भूलने जो हमे जाओगे तेरी यादो में बसर कर जाएंगे
एक पल में तेरी साँसो से उलझ जाएंगे ,

मोहब्बत में वो हर गुनाह कर जाएंगे
तेरे दिल में अपनी यादो का मंजर छोड़ जाएंगे ,

आँखों में हया हर दिल पे दस्तक दे जाएंगे
तुझसे बिछड़कर तेरे तरन्नुम गुनगुनाएंगे,

तेरी आशिक़ी में खुद को तुझ पे लुटा जाएंगे
ख़ामोशियों में भी इश्क़-ए-बया कर जाएंगे ,

वफा की बाते ख़ुशबू बनकर बिखर जाएंगे
जैसे कोई फूल सेहरा में मुस्कुराएंगे ,

-


21 JAN 2018 AT 20:51

वो पूछते हैं हमसे हाल-ऐ-इश्क़ ग़ालिब,

लबों तक आके जो ठहर गया वो सेहरा तुम हो। 💞💞💞

-


26 JAN 2020 AT 1:28

देखा था जिन आंखों में समंदर उतरते...
सुना है अब उनमे कतरों को पनाह नही मिलती।।

-


14 MAY 2020 AT 18:57

देखूँ जो चाँद को मै तो दिखता तेरा चेहरा है ।
तुझसे चाहूँ मिलना तो तारों का क्यूँ पहरा है ।।
लाख बंदिश हो फ़िर भी दिखा देंगें हम कि,
लहू के रंग से भी इस प्यार का रंग गहरा है ॥
मेरी हो तुम और सिर्फ़ मेरी ही रहोगी ,
तेरे सर पे है घूँघट मेरे माथे पे सेहरा है ॥
साथ निभाने का “नवनीत”आज वादा करलें
अच्छा है वक्त भी और मौसम सुनहरा है ॥

-