QUOTES ON #सुलगती_ख्वाहिशें

#सुलगती_ख्वाहिशें quotes

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21 FEB 2020 AT 23:05

यूं ही नहीं ख़्वाब रौशन होते हैं
कुछ ख्वाहिशों को ताउम्र सुलगना पड़ता है

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15 OCT 2018 AT 20:12

तुम्हें तो शायद पता भी न होगा
कितनी ही बार जुबां बन नाराज़गी दूर कर
कितने दिलों को तुमने मिलाया होगा...
कितनी बार तुमने धड़कते दिलों में वो ख़ुलूस
वो मोहब्बत का एहसास पिरोया होगा....

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29 OCT 2020 AT 21:05

वो आइने में अब इतना संवारती
है खुद को,
आइना भी बोल पड़ता है मोहतरमा
बस करो हम टूट जायेंगे....

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10 NOV 2019 AT 14:22

जला लेते हैं चराग़-ए-गम
जख्म रोशन हो जाते हैं..

खोल देते हैं किवाड़
और लापरवाह हो जाते हैं..

लूट ले आकर कोई गमों को हमारे
बस इसी उम्मीद पर सो जाते हैं..!!

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11 NOV 2019 AT 18:00

न जाने क्या बात थी
इस कदर नियति में उसकी..
कि जिस जिस से मिली
बस खफा करती गयी...

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9 OCT 2018 AT 8:21

कलम ए मुहब्बत परवान चढ़ने लगी है
पन्नों को जज़्बात ए लफ़्ज़ों से भरने लगी है

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6 SEP 2019 AT 11:28

अच्छा हो या बुरा वक्त कोई गुज़र जाता है
आंखे खुली रहती है ख़्वाब मर जाता है
खत्म नहीं होती ये बेचैनियां सारी जिंदगी
शायद तभी हर खुशी में गम नज़र आता है..

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6 NOV 2019 AT 13:32

वो रफूगर भी कहाँ तक रफू करे मुझपर
कि एक जख्म सिलता नहीं दूसरा हो जाता है

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3 DEC 2018 AT 18:23

जीवन में खुशियों की इस क़दर चहक हो,
तुम्हारे हाथ की चाय में अदरक की महक हो।

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11 JUL 2020 AT 12:42

शौक से जीने का मौका ही नही दिया ज़िन्दगी ने,
खेलने की उम्र में ज़िम्मेदारिया आ गयी।

जब उनको निभाने चला तो, परेशानिया आ गयी,
सुलझाने की कोशिश में और उलझते गए।

जब भी हार के थक गया ज़िन्दगी से,
तब तब मुझे मेरी माँ की वो बचपन की कहानियाँ याद आ गयी।

खेलने की उम्र में ज़िम्मेदारिया आ गयी।

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