Anuup Kamal Agrawal 3 MAY 2020 AT 8:18 तेरी यादें सींचती रहती हैंमेरे विचारों के वृक्ष को - Anuup Kamal Agrawal 28 JAN 2019 AT 5:32 प्रेम के बीज को प्रेम से सींचो तो खिलता प्रेम का फूलप्रेम की ख़ुश्बू अगर हो मन में तो मिलता प्रेम का फूल - Anuup Kamal Agrawal 28 JUL 2019 AT 21:17 सींचती हैं आँखेंतेरी यादों का पौधाखिलते हैं ख़्वाबजो चुभते भी हैं। - Anuup Kamal Agrawal 12 NOV 2019 AT 19:52 अपने पसीने से अपनी तक़दीर सींचता हूँहाथ से अपने, अपनी लकीर खींचता हूँ - प्रवीण कुमार दिशावर Assignment 15 NOV 2020 AT 17:54 जिंदगी के हर रिश्ते को तुम सींचना हर किसी का ख्याल तुम जरूर रखना ।होती है यहीं जिंदगी में रिश्तों की सबसे बड़ी पूंजी इस बात को तुम जिंदगी में गांठ लगाकर रखना । - Anuup Kamal Agrawal 5 JUN 2021 AT 17:31 सूख रहा है प्रेम का पौधा।सींच दो आकर अपनी मुस्कान से। - Anuup Kamal Agrawal 1 MAR 2021 AT 6:45 हम अपने अहम और वहम को ही सींचते रहते हैं। - Anuup Kamal Agrawal 8 AUG 2017 AT 4:12 आज भी ताजा हैं तेरी यादेंहर रात सींचता हूँ आँसूओं से उन्हें - Anuup Kamal Agrawal 5 NOV 2020 AT 10:44 वो सींच रहे हैं प्रेम को समय से।मैं समय को प्रेम से सींच रहा। - Vineet Singh gurjar 4 JAN 2019 AT 17:15 मेरे दिल की जमीं अब बंजर होती जा रही हैऐ खुदा कोई तो भेज सींचने वाला -