राम प्यारा थारा दर्शन करातो जाइजे ,
बिळख रही थारी दासी अरज हूणजे,
थाने दया कोनी आवे रे साहेब ।
एक ळाळ चुनर थारे नाम री सांवरा ,
म्हारे ळिए तो आ नगरी अणजाण ,
थारे स्युं मोटु कुण रे साहेब ।
मैं तो थारे ही आसरे आई बाधिळा ,
म्हारे हिवडे री पीड़ किण ने बतावु,
थारे सिवा किन्ने जाणु साहेब ।
सुण कर म्हारे मनडे री पुकार राम,
बेगा आइजो म्हारे द्वार करूं मिनवार,
थारे सिवा उ'र कुण आसी साहेब ।
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