हमने अपने अरमानों को पल पल मचलते देखा है
हम सफर नही तुम मेरे मंजिल मै तुमको देखा है
न अपने हो न पराए कभी कभी याद बहुत आए
तेरी यादो में इस दिल को पल पल जलते देखा हैै
न गुजरेगी मेरी राह कोई कभी तेरी रहगुजर से
फिर भी इन कदमों को तेरे दर तक बढ़ते देखा है
कभी न खत्म होगा तेरा इंतजार ये मेरा
फिर भी इन आँखों को तेरा रस्ते तकते देखा हैं
हमने अपने अरमानों को .......
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