QUOTES ON #सवेरा

#सवेरा quotes

Trending | Latest
6 MAR 2020 AT 9:17

रात आ गयी
पर अँधेरा बाकी
रात होने तक
सवेरा साक़ी

-


11 MAY 2020 AT 11:48

आकाश की थाली पर लाली चमक रही है,
पाखड़ के झुरमुटों में बुलबुल फुदक रही है,
कुछ शेष रह गयी हैं नभ में मयंक-रश्मि
अभी बीतने में रजनी विलम्ब कर रही है।
उषा सँवर रही है।।

लो! चंद्रमा ढिबरी की ज्वाला घटा रहा है,
कोकिल हो मग्न वृक्ष में गाना सुना रहा है,
आलोक लोक में अब बढ़ता ही जा रहा है,
अंधकार की गोदी में किरणें बिखर रही हैं।
उषा सँवर रही है।।

तारों की कणिकाएँ विलुप्त हो रही हैं,
क्षण-क्षण में जैसे इक-इक ये सुप्त हो रही हैं,
क्या चोर हो गई है देखो तो यह विभारी
चुन-चुन के वज्रमणियाँ झोली में भर रही है।
उषा सँवर रही है।।

पर्वत शिखा पर जैसे सिंदूर गिर रहा है,
लता के तंतुओं पर दानु भी पिर रहा है,
क्या अर्क का धरा से विवाह हो रहा है
धारण किये मालाएँ धरती निखर रही है।
उषा सँवर रही है।।

-


16 OCT 2019 AT 8:04

यह चिन्ताएं फब्ती नहीं तुम पर,
औऱ यह बेचैनियां तो जऱा भी अच्छी नहीं हैं,
आंसुओं से तो तू.., बचती रहा कर,

तुम पे तो बस हँसी जंचती है,
ज़िन्दगी.., तू बस हँसती रहा कर,
बाक़ी यह अंतर्मन उदास ही सही,
तू बस.., बाहर से अच्छी लगती रहा कर..!

-



यह सवेरा और बेहतर होता ,
यदि मैं तुम्हारे साथ जागता !

-


9 JUL 2021 AT 9:29

"सूरज से कह दो और चमक लाए अपनी अमान में,

उसकी जुल्फें अक्सर मेरा, सवेरा नहीं होने देती....."

#मेरा_इश्क़ 💕

-


17 FEB 2021 AT 9:13

मुश्किलों से जो डरकर रूकेंगे ना हम,
तो मंजिलें झूमकर चूम लेंगी कदम।✴️

कितना भी गहरा हो संघर्षों का समंदर,
पार हो ही जाएगा गर हौसलों में हो जो दम।✴️

हर हाल मुस्कुराने की आदत जो पड़ गई तो,
दर-बदर भटकेंगे बेदर्दी ये गम। ✴️

ना घबरा के छोड़ेंगे आशा की डगर,
ना आंखों में होगा आंसूओं का सितम।✴️

*आशाओं भरा सवेरा* इंतजार में है हमारे,
गर नाउम्मीदी के अंधेरों से निकल जाएं जो हम।✴️
....... निशि..🍁🍁


-


15 SEP 2019 AT 9:37

ज़वा रातें काली रहती है मेरी अक्सर,
क्यू तेरी याद का सवेरा निकला नही अभी तक।

-


26 OCT 2018 AT 4:08

जब तक भागोगे उजाले की ओर
ज़िंदगी में अँधेरा रहेगा
अँधेरे से कर लो प्यार
बाहों में सवेरा रहेगा

-


10 DEC 2018 AT 3:09

कुछ रातों के सवेरे नहीं होते
आँखों के वरना काले घेरे नहीं होते
शब्दों को पसंद है शब्दों से खेलना
ख़याल ये तेरे मेरे नहीं होते

-


29 MAR 2017 AT 20:06

ना धुप..ना अँधेरा..
उजला उजला सा सवेरा।
एक सपना जो टूटा..
तो दूजा अंगड़ाई लेता है।

खुली आँखों में ही जो,
छिप जाए ये कम्बख्त..
तो हौसलों के रेशों से,
तक़दीर बुन देता है।।

-