🇮🇳सरफरोशी🇮🇳
है,"सरफरोश" हूआ,ये दिल
वतन की,खिदमत में है
ना मंदिर,ना गिरजाघर,
ना गुरूद्वारा,ना मस्जिद में है
चिंगारी भड़की ,अभी थोड़ी
रह डरकर,ये शोला बने को है
समेट देंगें ,तुम्हें ओ.. चीन
ये ताकत,बांजु-ए-कातिल में है
कि एकजुटता यहाँ नस-नस में है
क्या तोड़ेगा,ये नही तेरे बस में है
है ,सरफरोश हूआ,ये दिल
वतन की,खिदमत में है
कोशिशें लाख की
पाक् ने बेहिसाब की
अंत उसका,नजर आता
अब पूरे,पाकिस्तान को है
इस बारी, जान जाओगें तुम भी
कितनी "सरफरोशी",मेरे दिल में है
है, सरफरोश हुआ,ये दिल
वतन की, खिदमत में है।
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