तुम्हें जब भी पढ़नी हो,..
"प्रेम कि परिभाषा"तो,..
एक बार जरूर देख लेना..
मेरी झुकी पल्कों के कवर
पेज के नीचे दबी आंखों..
में तुम्हारे लिए छुपाए गए..
प्रेम पत्रों को..
जो बताएगी तुम्हें मेरा
सच्चा प्रेम..
निस्वार्थ भाव सा प्रेम,..
उन्मुक्त मूलक प्रेम,..
निश्छल प्रेम,..
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