लगता है धरती पर बढ़ा पाप का भार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
सृष्टि चलती है सदा तुम्हारे ही अनुसार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
भूल हमसे है हुई, करते हम स्वीकार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
प्रकृति दण्डित कर रही या दे रही पुरस्कार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
दानव नहीं मानव हैं हम, करो नहीं संहार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
हाथ जोड़ विनती करें तुमसे पालनहार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
काम क्रोध मोह लोभ और बढ़ा अहंकार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
दृष्टि जाये जिस ओर भी, मचा है हाहाकार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
दीनबंधु सुन लो जरा, पीड़ित की पुकार
ये कोरोना वायरस है या कल्कि अवतार
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