कुमार आज़ाद 5 MAY 2018 AT 14:10 श्रीराधामनुष्य कैसा हो?जो शत्रु ओर मित्र संग, सदा हो एक समान।मान ओर अपमान में, लेत प्रभु का नाम।। - prateek raj Maurya 28 OCT 2017 AT 0:52 पूरा होना किस्मत है इस किस्से की। और अभी मुहब्बत करनी है हमें हमारे हिस्से की।। - prateek raj Maurya 19 OCT 2017 AT 17:35 समंदर की तरह हो गयी है जिंदगी एक दम शांत, तमन्ना है कि कोई ज़िंदगी में लहर बनके आये और इस ज़िन्दगी को खुशहाल बना दे।। - prateek raj Maurya 10 APR 2019 AT 0:04 बहुत सुकून मिलता है दो लफ़्ज़ काग़ज़ पर उतार करचीख़ भी लेता हूँ और आवाज़ भी नहीं होती ।। - prateek raj Maurya 25 MAR 2018 AT 8:36 बहुत नज़रअंदाज़ करने लगे हो हमें आजकल , लो हट ही जाते है हम रास्ते से ।ढूंढोगे किसी दिन इसी रास्ते पे जब नज़र हम न आएंगे ।। - prateek raj Maurya 31 AUG 2019 AT 3:16 जा तो रहे हो छोड़कर पर ये याद रखना ,'इश्क़' हूँ 'बुखार' नहीं जो इतनी आसानी से उतर जाऊंगा ।। - prateek raj Maurya 14 MAR 2019 AT 20:20 ये इकतरफ़ा मुहब्बत भी बड़ी अजीब है यारों हो न सका जो मेरा उसको खोने का डर रहता है ।। - prateek raj Maurya 6 NOV 2017 AT 17:48 उसे पाने की तमन्ना तो बहुत बड़ी थी।पर शायद कोशिश छोटी रह गयी।। - prateek raj Maurya 26 OCT 2017 AT 23:14 तिनका तिनका करके यादें संजोयी थी मैंने तेरे मेरे रिश्ते की।की पता था कि एक दिन गलतफहमियों का बवंडर आएगा और सब उजाड़ जाएगा।। - prateek raj Maurya 26 OCT 2017 AT 18:59 Everything became perfect when 'I' replaced by 'WE' ...Even 'ilness' became 'welness' -