Sarika Saxena 27 MAY 2017 AT 14:12 तोड़ ही देते हैं चलो ये कच्चा सा रिश्ता अब दरमियाँ उग आयी है एक शिगाफ यूँ भी। - Sarika Saxena 29 MAY 2017 AT 21:33 शिगाफ के बीच में ही जैसे उग आती है खरपतवार,लड़कियाँ भी ऐसे ही खिल जाती हैं तोड़ के हर दीवार। -