छोटी-छोटी ख़ुशियाँ जोड़ो, उदासी से नाता अपना तुम तोड़ो।
मेहनत करो, अपनी क़िस्मत बनाओ, बेईमानी से न रिश्ता जोड़ो।
सच्चाई, अच्छाई और वफ़ादारी की मिसाल बनाकर के दिखाओ।
धन, लालच, क्षणभंगुर सफलता की चकाचौंध के पीछे मत दौड़ो।
और जो भी तुमसे गलती से अनजाने में कभी भी भूल हो गई हो।
अंदर के अच्छे इंसान को जगाओ, अपने पाप के घड़े को तोड़ो।
हाँ, ये सच है कि अन्याय का अंधेरा कुछ ज्यादा ही गहरा होता हैं।
पर तुम अपने न्याय के हाथ की रोशनी से उसके कर को मरोड़ो।
मेहनत की जब कमाते हो और ईमानदारी का खाते हो तो सुनो।
सुन! आज के बाद अपने तू हक़ का एक भी पैसा कभी मत छोड़ो।
आत्मविश्वास वो हथियार है जिससे व्यक्ति हर युद्ध जीत सकता है।
आत्मविश्वास पर विश्वास करो और लड़ो, चाहें सामने हो शत्रु करोड़ों।
जो आज है वहीं लोग तुम्हारे अपने है "अभि" भले कोई रिश्ता ना हो।
जो चला गया उसका अफ़सोस मत कर, उसे दरकिनार कर, छोड़ो।
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