ना वो खुशनसीब है ना मै देखता है मगर उस वक़्त जब लगी हो उसे भुख खाना खाने के बाद मेरा चेहरा भी जाता है भुल चार दिन से fiver लगी है पर उसे तो बस ludo की पड़ी है छु कर मेरे हाथो को वो कहता तु तो बहुत बिमार पड़ी है - Krity 💘
अँधेरा, रौशनी के जूनून से जल रहा है, और एक चिराग़ है कि सुकून से जल रहा है! रगों में जिसकी है पानी की रवानी “राज” वही शख़्स मेरे उबलते ख़ून से जल रहा है! _राज सोनी